जब रातोरात एक तांत्रिक ने लिए एक महिला की जान फिर कैसे साईं बाबा ने महिला के शरीर में उनकी जान कैसे साईं बाबा ने दिया उस महिला को जीवनदान.
आज हम आपको यही बताएंगे आज हम आपके लिए लेकर आए हैं साईं बाबा से जुड़ी एक खास वीडियो उसे देख कर आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी .
नमस्कार दोस्तों हमारे YouTube चैनल में आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है, यह बात तो हम भी जानते हैं कि साहिबा सदैव ही सभी भक्तों का रक्षा करने इसी भी परिस्थिति पर दौड़े चले आते हैं वह तो प्रेत निशांत जैसी शक्तियों को खत्म करने के लिए साईं बाबा की अवधि छिड़की जाती है इसके अलावा तांत्रिक शक्तियों को भी विफल करने के लिए साईं बाबा के विभूति को ही पूजा जाता है कई बार नकारात्मक ऊर्जा का इस्तेमाल करने से कुछ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ जाती है यह कहानी उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट ने दी है,
बनर्जी ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने पड़ोसी की मदद करके उसके मृत पति पवन दिलाया कि हां महेंद्र जी साईं बाबा के परम भक्त हैं को यकीन है कि आज भी साहिब उनके साथ साए की तरह रहते हैं लेकिन उसका पड़ोसी राजेश उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं कर पाते हर समय दुश्मनों की नजर से देखता रहता था इक बार महेंद्र देर रात अपनी नौकरी से घर जा रहा था इसी बीच राजेश के घर से धुआं निकलता देख वह घबरा गए और उसके घर में सीधा अंदर घुस गए अंदर जाकर देखते हैं कि वहां पर तांत्रिक क्रियाओं का याद कल आप और रहा है
जिसका विरोध करते हुए हैं एनर्जी ने राज्यों से कहा यह सब गलत है का हर्जाना तुम्हें चुकाना पड़ जाएगा उन यह सभी इसी मकसद से करवा रहे हो तो राजेश ने बताया कि मुझे दस सालों से सुख की प्राप्ति नहीं हुई है करण मुझे यह सब करवाना पड़ रहा है कि इस पर महेंद्र जी को बहुत ही गुस्सा आया लेकिन वह यही सोचकर चुपचाप वहां से चले गए यह एक बच्चे की भावना के लिए एक बाप की कामना है फिर कुछ दिनों बाहर अमावस्या के दिन जब वो अच्छा जी खाना खाकर अपने घर की छत घूम रहे थे तब भी राजेश जी के घर से काफी धुआं आने लगा वह समझ गया कि आज फिर से वही अंधविश्वास वाला काम किया जा रहा है एनर्जी जाकर राजेश के बारे में पूरी कहानी अपने बीवी को बता दी और उससे और उसकी बीवी से रहने के लिए हिदायत दी अगले दिन साइज अतिथि साईं जी के जयंती पर महेंद्र जी हर दिन अपने घर के बाहर से भंडारा करवाते थे इस बार भी उन्होंने भंडारा करवाया लेकिन इस भंडारे में राजेश शामिल नहीं हुआ फिर भंडारा खत्म होने के बाद महेंद्र ने पड़ोसी होने के नाते भंडारे के खिचड़ी और कुड़ी राजेश और उसकी पत्नी को देने के लिए उसके घर गया वहां जाकर महेंद्र ने देखा कि राजेश की बीवी उसके घर में मरी पड़ी हुई है
यह देखकर महेंद्र जी के पैरों तले जमीन खिसक गई फिर महेंद्र जी ने राजा से पूछा यह सब कैसे हो गया तुम्हारी बीवी इस तरह से कैसे मर गई और तक तो वह ठीक थी अब राजेश ने बताया कि उसके साथ धोखा हुआ है तांत्रिक ने उसके पत्नी की जान लेकर अपने आपको शक शौचालय बनाया है मुझे अपने बच्चे की सपने दिखाकर वह मेरी पत्नी के जान के साथ खिलवाड़ किया मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं बेहतर को यह बात सुनकर काफी दुख हुआ और उसने राज्य से कहा अब तुम्हारी पत्नी की जान केवल और केवल साईं बाबा ही बचा सकते हैं जो कि इन सबको केवल और केवल वहीं काट सकते हैं,
अगर साईं बाबा की कृपा तुम पर हुई तो तुम्हारी पत्नी के प्राण साईं बाबा स्वयं बचा लेंगे इसके लिए तुम्हें अभी एक उपाय करना होगा राजेश ने महेंद्र जी से कहा मैं सब कुछ करने को तैयार हूं अब बस मुझे बताया कि मुझे करना क्या होगा अब महेंद्र ने बताया कि इस साइज जयंती के पावन अवसर पर तुम साईं बाबा के मंदिर में जाकर उनकी पूजा-अर्चना कराओ और साईं बाबा की अवधि भी लगा कराना यदि तुम्हें अगर अपनी पत्नी का जीवन दान चाहिए तो तुम्हें ऐसा ही करना होगा बाकि भगवान पर भरोसा छोड़ दो फिर राजी नंगे पांव जैसे ही मंदिर साईं बाबा के मंदिर जाने को निकला तो मौसम का मिजाज अचानक बदल गया जोरों से बहुत बारिश होने लगी और बहुत कि बिजली कड़कने लगी ऐसा भयानक ऑसम देखते ही महेंद्र जी ने राजेश का हौंसला बढ़ाया इन सबसे मडर आगे बढ़ हो या पता तुम्हारी बीवी को जीवनदान मिल जाए यह कहकर महेंद्र घर गया और अपनी पत्नी को लेकर राजेश के घर वापस आ गया इसके बाद राजेश ने महेंद्र जी के बताए गए उपायों को साईं बाबा के मंदिर में जाकर किया इसके बाद जब वह अपने घर वापस आया तो उसकी पत्नी मृत अवस्था में पड़ी हुई थी,
कुछ देर बाद महेंद्र जी ने एक डॉक्टर को लेकर आया और डॉक्टर ने तुरंत राजीव जी की पत्नी को मुंह से सांस लेने की कोशिश की और रिएक्शन भी लगाया सीवीआर भी दिया फिर डॉक्टर ने राज्य का यह जिंदा है तो है किसने कहा कि यह मर चुकी है यह सुनकर राजेश हैरान हो गया और खुशी के मारे रोने लगा इसके बाद डॉक्टर ने कहा कि इन्हें जल्दी से जल्दी अस्पताल में भर्ती करवाना होगा फिर राजेश अपनी पत्नी को महेंद्र के साथ लेकर अस्पताल ले गया और केंद्र को शुक्रिया अदा करने लगा महेंद्र ने कहा देखा साईं बाबा को मानने का फल यदि तुम अपने बच्चे की खुशी पाने के लिए थोड़ा सा और सब्र कर लेते तो तुम्हें यह दिन देखना नहीं पड़ता फिर राजेश को अपनी करनी पर अफसोस होने लगा और उसके तीन दिन बाद जब उसकी पत्नी सही सलामत अपने घर वापस आ गई तो उन्होंने मिलकर साईं बाबा की भक्ति करना शुरू कर दिया और घर की हर दीवारों पर साईं बाबा का नाम और उनकी तस्वीर लगा दिया अब वह पति-पत्नी साईं बाबा के परम भक्त बन चुके हैं,
और वाकई इस कहानी को सुनने के बाद आप भी साईं बाबा के चमत्कारों को समझ गए होंगे उनकी भक्ति में कितनी शक्ति है यह रातोरात उन्होंने एक महिला को जीवनदान दे दिया,
यदि आपको हमारी वीडियो अच्छी लगी हो तो वीडियो को लाइक शेयर एंड सब्सक्राइब जरुर कीजिएगा और कमेंट में हमें लिखकर जरूर बताइएगा कि आपको यह वीडियो कैसा लगा हम मिलेंगे एक और नहीं खास वीडियो में तब तक के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें