जब साईं बाबा ने एक गरीब व्यक्ति के सारे संकट को पल भर में गायब कर दिया नमस्कार दोस्तों हमारे YouTube चैनल में आप सभी का हार्दिक हार्दिक स्वागत है दोस्तों तमिलनाडु के एक गांव में आशीष नाम का एक व्यक्ति अपने पत्नी के साथ रहा करता था हाथी गरीब था उसके लिए काफी गरीब था उसके बाद खाने के लिए भी पैसे नहीं थे वह काम करता है लेकिन पैसा इतना नहीं जुटा पाता इतना नहीं कमा पाता कि वह अपनी सारी जरूरतें पूरी कर सके उसकी पत्नी हमेशा उससे ताने मार के स्कूल नीचा दिखाया करती थी और आपके ही बाबा का बहुत ही बड़ा भक्त था वह दिन-रात साईं बाबा की पूजा पाठ किया करता था और प्रार्थना करता साईं बाबा सारा संसार सुखी रहे और मेरा घर भी चल सके मुसी मुझे अगस्त धंधे ;
भेजिए परंतु उसकी इच्छा कभी पूरी नहीं हो सकी इस वजह से कि उसकी पत्नी ने उससे कहा करती थीं कि उमर दिनभर साईं बाबा की पूजा करते हो साईं बाबा अगर होते तो तुम्हारी सुन लेते इस संसार में भगवान नाम का कोई चीज एवरीवन नहीं परंतु आशीष का साईं बाबा पर बहुत ही विश्वास था कि साईं बाबा उसकी एक ना एक दिन जरूर सुनेंगे आशीष एक दिन सुबह उठकर मंदिर या उसने देखा कि मंदिर काफी गंदा दिख रहा है उसने झाड़ू उठाया और मंदिर को साफ करना चालू कर दिया तभी एक व्यक्ति वहां पर आया और सीढ़ियों पर आंखों पर पहुंच गया तब उस बूढ़े व्यक्ति से आशीष ने पूछा कि आप बहुत परेशान दिख रहे हैं अगर कोई परेशानी है तो आप मुझे बता दे मैं उसे दूर कर सकूंगा उस बूढ़े व्यक्ति ने बताया कि मैंने दो दिन से कुछ नहीं खाया है और मुझे बहुत कमजोरी हो रही है और मत चल भी नहीं पा रहा हूं यह सुनकर आशीष को दया आ गई
और उन्होंने कहा कि चलिए मैं आपको भोजन करा देता हूं आशीष उस बुजुर्ग व्यक्ति को अपने घर ले गया आशीष की पत्नी उस समय घर में भोजन ही बना रही थी कुछ देर बाद आशीष की पत्नी ने भोजन लेकर आया और सभी ने मिलकर साथ में भोजन किया सभापति ने कहा कि आप थक चुके होंगे एक काम कीजिए हक मेरे साथ यही पर कुछ देर आराम कर दीजिए कुछ देर बाद जब आशीष वहां से उठा तो उसने देखा कि वह बुजुर्ग व्यक्ति वहां पर नहीं है उसने अपनी पत्नी को बुलाकर पूछा कि वह व्यक्ति कहां गया तो उसकी पत्नी बोली मुझे नहीं पता मुझे नहीं मालूम कि वह कहां गया और मैंने तो इसे यहीं पर तो देखा था सोते हुए लेकिन ना जाने वह वृद्ध व्यक्ति कहां गया वहां पर एक है रखा हुआ था और उन लोगों ने जैसे ही इस थैली को खोला उसने बहुत सारे सोने के सिक्के तहसील को देखकर आशीष ने अपनी पत्नी से बोला कि अगर वह व्यक्ति इतना अमीर खा उसने मुझसे झूठ क्यों बोला वह दोनों कुछ समझ नहीं पा रहा इसलिए उन लोगों ने निर्णय किया कि इसे हम यहीं पर रहने देते हैं जब वह आएगा तो वहां से ले जाएगा उन लोगों ने उस जगह से एक सिक्का भी नहीं निकाला
और कुछ देर बाद रात हो गई रात में बिरजू को एक सपना आया साईं बाबा ने आकर उन्हें कहा मैं तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न हूं तुम्हारी तकलीफ हैं मुझे देखी नहीं गए वह पहला को तुम लोग ही रखो इससे तुम लोगों के जीवन की सारी तकलीफे दूर हो जाएगी और तुम लोग एक बेहतर और एक खुशहाल जिंदगी जी पाओगे है और आशीष की उसी समय आंख खुल गई उसने सारी बात जाकर अपनी पत्नी को बताई पत्नी को अपने पति की बात सुनकर अपने आप पर गिरा होने लगे और उसने अपने पति को कहा कि मैं आपको झूठा बोलती थी मैं आपको कितना लड़ती थी इस संसार में भगवान है उन दोनों ने मिलकर साईं बाबा के आगे हाथ जोड़ कर उनका शुक्रिया किया और आसिफ के साथ-साथ अब उसकी पत्नी भी साईं बाबा के व्रत रखने लगी और बाबा की अराधना करने लो भक्तों यह थी कि एक गरीब परिवार की कहानी जिसमें स्वयं साईं बाबा ने आकर
उन गरीब परिवार के लोगों को संकटों से बचा लिया आपके क्या विचार है कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं वीडियो अच्छी लगी हो तो लाइक करें ज्यादा से ज्यादा शेयर करें मिलेंगे अगले आवाज वीडियो के साथ तब तक के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
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