शुक्रवार, 1 अक्तूबर 2021

नागिन का गुस्सा जब कहर बनकर इस गांव के लोगों पर टूटा,तब साईं दौड़े चले आए #ichchadharinagin #nagin

 जब अपने भक्तों को सांप से बचाने साईं बाबा चले निरहुआ उसे देखकर आपके भी होश उड़ जाएंगे जय साईं राम दोस्तों कि नमस्कार दोस्तों हमारे YouTube चैनल साईं जीवन माला में आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है आज हम आपको साईं बाबा के चमत्कार की एक ऐसी सच्ची घटना सुनाने जा रहे हैं जिसे सुनने के बाद आप के भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे और साईं बाबा के प्रति आपकी आस्था और विश्वास कई गुना अधिक बढ़ जाएगी दरअसल दोस्तों हम बात कर रहे हैं जबलपुर के रहने वाले विक्रम जी की जिन्होंने हमारे साथियों सच्ची घटना शेयर की है और बताया है कि कैसे उस दिन साईं बाबा जी ने उनकी कारों की रक्षा की है अगर उस दिन साईं बाबा का चमत्कार नहीं होता तो वह सांप के जहर से मच गए होते तो आइए दोस्तों जानते हैं कैसे तो हम साईं बाबा अपने भक्तों विक्रम की प्राण बचाए दोस्तों जबलपुर के रहने वाले विक्रम जी बताते हैं कि वह साईं बाबा के कैसे अनंत भक्त है और उनकी श्रद्धा इनका अस्तित्व है आज इनकी श्रद्धा का विक्रम आपसे अपने वाले हैं उस तो विक्रम जी के पिताजी लंबे समय से बीमार चल रहे थे हैं लकवा मार चुका था इस वजह से वह चल नहीं पाते थे और इस वजह से इनको बहुत तकलीफ झेलना पड़ता था हर जगह विक्रम जी ने अपने पिता जी का इलाज कराया और साथ ही पैसों का भी बहुत खर्च किया लेकिन उनके पिताजी के तबीयत में कोई सुधार नहीं आया जब भी विक्रम डॉक्टर से पूछता कि मेरे पिताजी कब पूरी तरह से ठीक होंगे तो डॉक्टर बार-बार यही कहते यह सब भगवान भरोसे हैं विक्रम जी बताते हैं कि एक दिन उन्होंने सोचा जब सब कुछ उन्होंने करा कि देख लिया तो क्यों ना एक बार साईं बाबा के मंदिर में जाकर देखा जाए और साईं दरबार में मेरे पिताजी के लिए प्रार्थना कराया जाए मैंने सुना था छत्तीसगढ़ में स्थित साईं बाबा का मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां पर कई भक्तों की ओर कि पूरी हो चुकी है यहां के लोगों की मान्यता है कि यहां साईं बाबा के दर्शन के बाद सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है यही सोचकर विक्रम जी वहीं चले गए थे


कि जब वह साईं बाबा के दर्शन करने बैठे हुए थे तभी एक जहरीले सांप ने उन्हें डस लिया और एकदम से विक्रम जी को चक्कर आने लगा विक्रम जी को लगा कि वह अब नहीं बच पाएंगे और उस समय उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आवाज भी नहीं निकल पा रही थी वह किसी को मदद के लिए आवाज भी नहीं निकल पा रहे हैं तो आप यही सोच रहे थे कि अगर उन्हें कुछ हो गया और उनके पिताजी का कौन ध्यान रखेगा विक्रम जी मन ही मन बस साईं बाबा का नाम हे ने लग जाते हैं और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया जब उन्हें होश आया तो मंदिर के आश्रम में वह अपने आपको लेटा हुआ देखते हैं उनके शरीर से साफ करता है पूरे तरीके से निकल चुका था तभी पंडित जी आए और कहने लगे तुम्हारी जान स्वयं साईं बाबा जी ने बताइए वरना इतने जहरीले सांप से बचते हुए आज तक किसी को नहीं देखा और तुम्हारी जान तो स्वयं उमराव ने बचाई है तो विक्रम जी ने पंडित जी से पूछा कि मेरी जान किसने बचाई है तो पंडितजी ने बताया कि जब तुम बेहोश हो गए थे अब एक सपेरा आया उसने अपने टोटके तुम पर किए और जिन्हें तुम्हारे शरीर से निकाल दिया यह सब देखकर हम हैरान हो गए थे यहां दूर-दूर तक कोई सपेरा नहीं रहता और यह अचानक से कहां से आ गया उन्होंने विक्रम जी को बताया कि सपेरा आया और तुम्हारे शरीर से सारा घर निकालकर अलग गया वह किसी चमत्कार से कम नहीं था वह दें साईं बाबा ही उन्हें बचाने सपेरे के रूप में आए थे यह सुनकर वह रो पड़े और साईं बाबा को शत-शत नमन किया आज उन्हीं की कृपा से वह जीवित है और जब विक्रम घर वापस आ गए तो उनके पिताजी के स्वास्थ्य में भी सुधार आया यह सब चमत्कार साहिबा ही कर रहे थे दोस्तों मैं आपको यह जरूर यह बताना चाहूंगा कि अगर जीवन में किसी भी प्रकार की कोई भी तकलीफ हो तो एक बार साईं बाबा के दर्शन अवश्य कर लीजिए जवाब की मदद अवश्य करेंगे वह तो आपको क्या लगता है विक्रम जी की जान बचाने स्वयं साईं बाबा सपेरे के रूप में आए थे या मात्र यह एक संयोग था हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताइएगा जय साईं राम अ कर दो कर दो


कि अ कर दो


कि अ अजय को कर दो


कर दो कर दो


कर दो


कर दो अजय को कर दो कर दो कर दो




रूसी अजय को


कर दो


सऊदी डी सॉरी आं आं


कर दो


अजय को कि हम अच्छी तो साईं देना था ऐड

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पूजा करते समय यह चीज गिर जाए तो समझो साक्षात साईं भगवान खड़े हैं पास विशेष संकेत

 जय साईं राम स्वागत है आप सभी का आपके अपने चैनल पर तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हम सभी बाबा को प्रतिमा पर मूर्ति पर माला चढ़ाते हैं घर की ...