जो नव वर्ष को मनाता है ,
खुशियों से उसका ,
जीवन मालामाल हो जाता है ,,
हम सभी को अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाना है ,लक्ष्य बड़ा हो या छोटा उस पर केन्द्रित रहे, अगर हम अपने मन में संकल्प कर एक लक्ष्य पर चलते रहे तो ,हम अपने जीवन में सफलता हासिल कर सकते है. यदि लक्ष्य से पीछे हटे तो हमे आगे जाने के लिए भी उतना रास्ता तय करना होगा और पीछे जाने के लिए भी उतना रास्ता करना होगा। बीच रह में रहकर हम मंजिल हासिल नहीं कर सकते है।
अगर हमारे मन के हौसले बुलंद है तो समझ लीजिये हमारी उड़ान भी ऊंची होनी चाहिए किसी ने कहा है की
की :कोशिश करते रहिए ,कोशिश करना मत छोड़िये एक दिन आप सफल होंगे ये हमारा विश्वास हे ,अगर हमारा रास्ता सही है तो मार्ग पर कई तूफान आएंगे हमे हर तुफानो का सामना डँट करना है ,,जो इंसांन उठने की हिम्मत रखता है व्ही गिरता है ,
आप सभी जानते हे--- जब एक जीव का जन्म होता है , तो वह भी सबसे पहले धरती पर गिरता है ,तभी धीरे -धीरे चल कर सम्भल कर एक काबिल इंसान बनता है, यदि आपको लक्ष्य पर चल कर कुछ हासिल करना है तभी तो उसका महत्त्व है ,अन्यथा उसका कोई मतलब नहीं है ,आप अपने रोज के कार्य की रुपरेखा तैयार कर
डायरी मैं लिखे जीवन की प्रतिक्रियाएं ,दिन चरिया सभी की एक लिस्ट तैयार करे ,और उस पर अमल करे ,
दरिया बनकर किसीको डुबाने से
बेहतर है,
की जरिया बनकर किसीको बचाया
जाए !!
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो,
जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये !!
*यह दुनिया मोह का भण्डार है। जनम लेते ही हम तेरा मेरा करने लग जाते है। प्रेम में पड जाते है रिस्ते दारिया बना लेते है पर कबी सोचा है हम क्यों आये हाँ इस दुनिया में। शयद कोई नई सोचता। हम आये है भुगतान करने जो हम ने पिछले जन्मों में किया है उस का भुगतान करने। जो जैसे कर्म करता है उसे वासां ही जन्म मिलता है जो दान पुन करता है वो राजा बन के असो आराम की जिंदगी लेता है। बुरे काम करने वाला बिमारी को साथ लाता है दुनिया में रह कर हर चीज को तरसता है। पर हमें यह जन्म 84 लाख यूनि बिताने के बाद मिला है इसे ऎसे ही बर्बाद न करो उस मालिक के सिमरन में लगाओ। संतो दुआर राम नाम की लूट लगी है अगर लूटना है तो उसे लूट जो तेरे सारे कर्म खत्म कर सकता है।*
*Զเधॆ- Զเधॆ*
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